Wednesday, October 5, 2011

big boss season 5

बिग बॉस सीजन  ५ में एक बिकुल नयापन ही आ गया  जहाँ पहले बराबर के लड़के व महिलाये  हुआ करती थी वही इस बार सिर्फ १ आदमी *(शक्ति कपूर) बाकि सब माहिलाये ही आई है.. यह इस सीजन की  सबसे अलग बात थी .
 तथा  इस बार घर को नयापन भी दिया गया है.. और कई बड़ी हस्तीया तथा कुछ अनजाने चेहरे भी है जिन्हें हर कोई नही जानता..  शुरआती समय में तो सब एक दुसरे से बहुत अच्छे  से बात कर रहे है देखते है आगे क्या होता है.. इस बार सबसे अलग बात यानि महिलाओ के इस खेल में देखते है.. पिचली बार की तरह इस बार भी विजेता एक महिला ही होगी इस बात की पुष्टि तो हो ही गयी है.. Bigg boss 10.30 on colors....

Monday, October 3, 2011

शारुख खान सच के सुपर हीरो

1 अक्टूबर को ३ रिअलिटी शो का आखिरी मुकाबला था और तीनो कार्यकर्मो में ही जज के तौर पर शारुख खान ही आये थे .. उन्होंने ने एक ही रात में तीन विजेता घोषित किये..  स्टार प्लस  पर जस्ट डांस, कलर्स पर इंडिया गोट टलेंट और जी टीवी पर सा रे गा मा पा लिटिल चैम्प नामक सभी  कार्यकर्मो  पर बतौर स्पेशल गेस्ट शारुख खान ही आये हुए थे और साथ में उन्होंने अपनी आने वाली फिल्म रा वन का भी परमोशन किया.. तथा रा वन के कई पोस्टर,  व जी वन की कॉपी का गुड्डा भी दिया बच्चो  को ..तथा  अंत में सभी विजेताओ को जीत की रकम व ट्राफी दी.. शारुख  खान ने एक साथ दो काम कर लिए अपनी नई फिल्म की  परमोशन भी और  स्पेशल गेस्ट  बनकर प्रतिभागियों का होसला भी बढाया तथा उन्हें इनाम दे कर वह वही भी लुटी.. इसे कहते है सुपर हीरो एक साथ इतने काम करने वाला.
                            

Thursday, September 8, 2011

दिल्ली के हाल बेहाल

कल सुबह सुबह दिल्ली में एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ .. दिल्ली  high court के सामने बम विस्फोट हुआ..
फिर रात को एक बार फिर दिल्ली पर कहर बरपा और रात करीब ११.३० बजे भूकंप जो की लगभग ६.६हेक्टर की
तेज़ी से आया  जिसने दिल्ली वासियों की नीदें ही उड़ा दी.. और लोग अपने अपने घरो से बहार निकल आये इस डर से कहीं वो भूकंप की चपेट में ना आ जाये.. यह तो दिल्ली है जहाँ हर पल नये हादसे घाटते रहते है..
चाहे वो कहर अतंकवादियो का हो या कुदरत का हो..या वो कहर सरकार  का हो .. झेलना पढता है..

                                   दिल्ली वासियों की परेशानी
                                कोई तो हल करे उनकी जिंदगानी 
                           कभी आतंकियों  से लगे डर
                      तो कभी लगे डर सरकार से

kuch

कुछ यादो से में  दूर गयी हूँ 
पर कुछ है जो भूल गयी हूँ 
नही जानती क्या पाया है
पर खोया तो  बहुत है

वो दोस्तों के साथ बीते पल 
जिन्हें  जीते थे हर पल
आज फिर शांति छा गयी
दोस्तों की याद आ गयी

वो साथ मै की  मस्ती ..
अलग ही थी हमारी  हस्ती 
पर न अब वो पल रहे ..
ना ही  वो कल रहे..

कुछ है जो बदल गया है.. 

yaad

यादो में जीने की आदत है ...
हर  लम्हे से मुझे चाहत है ....
आज फिर देखा एक सपना ...
बस  उसे  करना है अपना  ....

चाहे  कितनी आये मुश्किलें  ...
करना है बस उन्हें पार...
तभी मिलेगी नई मंजिले...
और होगी मेरी नईया पार.......


Sunday, April 24, 2011

क्यों चाहा उसने उस शिकारी को....
जिसने बिखेरा उसके संसार को....
तबाह  कर दी उसने उसकी बस्ती....
फिर भी वो चाहती उसकी हस्ती...
उसने भी सोचा कभी तो वो बदलेगा....
शायद मेरा प्यार वो समझ लेगा.....

 वो न जानती थी ....
की वो न बदलेगा ....
पर उसे भी  मिटा देगा ...
क्यों चाहा मेने उस शिकारी को..

Thursday, April 14, 2011

छोटा सा था सफ़र 
जिसमे मिला न हमसफ़र  
तड़प उठती है आज यादे 
जब याद आती है बीती बातें 
सोचा न था की कोई ऐसा होगा 
सामने प्यार और पीछे धोखा होगा....
 क्या क्या न किया सबके लिए
क्या धोखा  मिले इसलिए 
न आज तक किसी ने समझा मुझे
न जाना किसी ने मुझे 
जब भी पीछे मुढ़ के देखा
हमेशा अपने साया ही देखा

छोटा सा था सफ़र 
जिसमे मिला न कोई हमसफ़र 
 जब काम होता आते सब पास 
जब ख़तम होता तो कहते अब बस 
इस भीड़ में अकेली ही पाया खुद को
अज तक समझा न पाई खुद को...................